डिजिटल विज्ञापन की डिलीवरी और उनकी परफ़ॉर्मेंस मापने के नए तरीके उपलब्ध कराने के लिए, Google कई तरह के प्रयोग कर रहा है. इनका मकसद, ऐसा तरीका खोजना है जिससे ऑनलाइन प्लैटफ़ॉर्म पर लोगों की निजता की बेहतर तरीके से सुरक्षा की जा सके. इसके लिए, Chrome की प्राइवसी सैंडबॉक्स इनिशिएटिव की मदद ली जा रही है. Chrome की प्राइवसी सैंडबॉक्स इनिशिएटिव के ऑरिजिन ट्रायल में हिस्सा लेने वाले लोगों को Google, उनकी पसंद के हिसाब से विज्ञापन दिखा सकता है. ये विज्ञापन, उन लोगों की दिलचस्पी वाले विषयों या ऐसे फ़्लेज डेटा के आधार पर दिखाए जाते हैं जिसे उनके ब्राउज़र पर सेव किया गया है या उससे शेयर किया गया है. Google, विज्ञापन की परफ़ॉर्मेंस मापने के लिए, एट्रिब्यूशन रिपोर्टिंग डेटा का भी इस्तेमाल कर सकता है. यह Google का इस्तेमाल करने वाले लोगों के ब्राउज़र पर सेव किया गया या उससे शेयर किया गया डेटा होता है. प्राइवसी सैंडबॉक्स के बारे में ज़्यादा जानकारी.

Google अपनी सेवाओं का इस्तेमाल करने वाली साइट या ऐप्लिकेशन की जानकारी का उपयोग कैसे करता है

कई वेबसाइट और ऐप्लिकेशन Google की सेवाओं का इस्तेमाल अपनी सामग्री को बेहतर बनाने और उसे मुफ़्त रखने के लिए करते हैं. जब वे हमारी सेवाओं को जोड़ते हैं, तो ये साइट और ऐप्लिकेशन Google से जानकारी शेयर करते हैं.

उदाहरण के लिए, जब आप किसी ऐसी वेबसाइट पर जाते हैं जो Google Analytics जैसे टूल सहित AdSense जैसी विज्ञापन सेवाओं का उपयोग करती है या जो YouTube से वीडियो सामग्री एम्बेड करती है, तो आपका वेब ब्राउज़र अपने आप Google को कुछ जानकारी भेजता है. इसमें उस पेज का यूआरएल जिसपर आप जाते हैं और आपका आईपी पता शामिल होता है. हम आपके ब्राउज़र पर कुकी भी सेट कर सकते हैं या वहां पहले से मौजूद कुकी पढ़ भी सकते हैं. Google विज्ञापन सेवाओं का इस्तेमाल करने वाले ऐप्लिकेशन भी Google से जानकारी शेयर करते हैं, जैसे ऐप्लिकेशन का नाम या विज्ञापन के लिए अनन्य पहचानकर्ता.

Google अपनी सेवाएं देने, उनका रखरखाव करने और उन्हें बेहतर बनाने, नई सेवाएं डेवलप करने, विज्ञापनों का असर मापने, धोखाधड़ी और दुरुपयोग से सुरक्षा करने और Google पर और हमारे पार्टनर की साइट और ऐप्लिकेशन पर दिखाई देने वाली सामग्री और विज्ञापनों को मनमुताबिक बनाने के लिए साइट और ऐप्लिकेशन की ओर से शेयर की जाने वाली जानकारी का इस्तेमाल करता है. हम इनमें से हर काम के लिए डेटा को किस तरह तैयार करते हैं, इस बारे में अधिक जानने के लिए हमारी निजता नीति देखें. Google विज्ञापनों, विज्ञापन के संदर्भ में आपकी जानकारी का इस्तेमाल करने के तरीके और Google पर आपकी जानकारी रखे जाने के समय के बारे में अधिक जानने के लिए हमारा विज्ञापन पेज देखें.

हमारी निजता नीति में उन कानूनी आधारों के बारे में बताया गया है जिन्हें ध्यान में रखकर, Google आपकी जानकारी को प्रोसेस करता है. उदाहरण के लिए, हम आपकी जानकारी को आपकी सहमति से प्रोसेस कर सकते हैं. इसके अलावा, कानूनी हितों, जैसे कि हमारे उपयोगकर्ताओं की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए, अपनी सेवाएं देने, उन्हें बनाए रखने, और उनमें सुधार करने के लिए भी हम आपकी जानकारी को प्रोसेस करते हैं.

जब वेबसाइटें और ऐप्लिकेशन, प्रोसेस करने के लिए हमारे साथ जानकारी शेयर करते हैं, तो वे आपसे ऐसा करने के लिए सहमति भी लेते हैं. इसके बाद, वे Google को आपकी जानकारी प्रोसेस करने की अनुमति देते हैं. उदाहरण के लिए, किसी वेबसाइट पर ऐसा बैनर दिख सकता है जिसमें आपसे इस बात की सहमति मांगी गई हो कि क्या वह आपकी इकट्ठा की गई जानकारी को Google से शेयर कर सकता है, ताकि Google उस जानकारी को प्रोसेस कर सके. अगर ऐसा होता है, तो हम Google निजता नीति में बताए गए कानूनी आधारों के बजाय, वेबसाइट या ऐप्लिकेशन को दी गई सहमति में बताए गए मकसदों को स्वीकार करेंगे. अगर आप अपनी सहमति में बदलाव करना चाहते हैं या उसे वापस लेना चाहते हैं, तो इसके लिए वेबसाइट या ऐप्लिकेशन पर जा सकते हैं.

दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन

अगर दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन चालू है, तो Google आपकी जानकारी का इस्तेमाल आपके विज्ञापनों को आपके लिए अधिक उपयोगी बनाने के लिए करेगा. उदाहरण के लिए, माउंटेन बाइक बेचने वाली किसी वेबसाइट पर Google की विज्ञापन सेवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है. उस साइट पर जाने के बाद, आपको किसी ऐसी दूसरी साइट पर माउंटेन बाइक का विज्ञापन दिखाई दे सकता है जिसमें Google की ओर से प्रस्तुत विज्ञापन दिखाए जाते हैं.

अगर दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन बंद है, तो Google विज्ञापन प्रोफ़ाइल बनाने या Google की ओर से आपको दिखाए जाने वाले विज्ञापनों को मनमुताबिक बनाने के लिए आपकी जानकारी इकट्ठा या इस्तेमाल नहीं करेगा. आपको उस स्थिति में भी विज्ञापन दिखाई देंगे, लेकिन शायद वे उतने काम के न हों. विज्ञापन तब भी उस वेबसाइट या ऐप्लिकेशन के विषय पर आधारित हो सकते हैं जिसे आप देख रहे हैं, आपके अभी के खोज शब्दों पर आधारित हो सकते हैं या आपके सामान्य स्थान पर आधारित हो सकते हैं, लेकिन वे आपकी रुचियों, खोज इतिहास या ब्राउज़िंग इतिहास पर आधारित नहीं होंगे. आपकी जानकारी का इस्तेमाल अभी भी ऊपर बताए गए दूसरे कामों में किया जा सकता है, जैसे विज्ञापनों का प्रभाव मापने और धोखाधड़ी और दुरुपयोग से सुरक्षा करने में.

जब आप किसी ऐसी वेबसाइट या ऐप्लिकेशन से इंटरैक्ट करते हैं जो Google सेवाओं का उपयोग करता है, तब आपसे पूछा जा सकता है कि क्या आप Google सहित दूसरे विज्ञापन प्रदाताओं से दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर बनाए गए विज्ञापन देखना चाहते हैं. चाहे आप कुछ भी चुनें, अगर आपकी दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन सेटिंग बंद है या आपका खाता दर्शकों की पसंद को ध्यान में रखकर बनाए गए विज्ञापन के लायक नहीं है, तो Google आपको दिखाई देने वाले विज्ञापनों को मनमुताबिक नहीं बनाएगा.

आप अपनी विज्ञापन सेटिंग पर जाकर वह जानकारी देख और नियंत्रित कर सकते हैं जिसका इस्तेमाल हम आपको विज्ञापन दिखाने के लिए करते हैं.

इन साइट और ऐप्लिकेशन पर Google की ओर से इकट्ठा की जाने वाली जानकारी को आप किस तरह नियंत्रित कर सकते हैं

यहां कुछ ऐसे तरीके दिए गए हैं, जिनकी मदद से आप उस जानकारी को नियंत्रित कर सकते हैं जो Google सेवाओं का इस्तेमाल करने वाली साइट और ऐप्लिकेशन पर जाने या उनसे इंटरैक्ट करने पर आपके डिवाइस की ओर से शेयर की जाती है:

  • विज्ञापन सेटिंग उन विज्ञापनों को नियंत्रित करने में आपकी मदद करती है जो आपको Google सेवाओं (जैसे Google Search या YouTube) पर या Google विज्ञापन सेवाओं का इस्तेमाल करने वाली गैर-Google वेबसाइट और ऐप्लिकेशन पर दिखाई देते हैं. आप यह भी जान सकते हैं कि विज्ञापनों को कैसे मनमुताबिक बनाया जाता है, दिलचस्पी के मुताबिक विज्ञापन से ऑप्ट आउट कैसे किया जाता है और कुछ खास विज्ञापनदाताओं को ब्लॉक कैसे किया जाता है.
  • अगर आपने अपने Google खाते में साइन इन किया हुआ है, तो आपके खाते की सेटिंग के आधार पर मेरी गतिविधि में आपको उस डेटा की समीक्षा करने और उसे नियंत्रित करने की सुविधा मिलती है जिसे Google सेवाओं के आपके इस्तेमाल के समय बनाया जाता है. इसमें वह जानकारी भी शामिल है जो आपकी ओर से देखी जाने वाली साइट और ऐप्लिकेशन से हम इकठ्ठा करते हैं. आप तारीख और विषय के अनुसार ब्राउज़ कर सकते हैं और अपनी गतिविधि के कुछ भाग या पूरी गतिविधि को मिटा सकते हैं.
  • कई वेबसाइट और ऐप्लिकेशन Google Analytics का इस्तेमाल यह समझने के लिए करते हैं कि विज़िटर किस तरह उनकी साइट या ऐप्लिकेशन से जुड़ते हैं. अगर आप नहीं चाहते कि आपके ब्राउज़र में Analytics का इस्तेमाल किया जाए, तो आप Google Analytics ब्राउज़र ऐड-ऑन इंस्टॉल कर सकते हैं. Google Analytics और निजता के बारे में और जानें.
  • Chrome के गुप्त मोड से आप अपने ब्राउज़र या खाता इतिहास में वेबपेज और फ़ाइलों को रिकॉर्ड किए बिना (जब तक कि आप साइन इन करना न चुनें) वेब ब्राउज़ कर सकते हैं. सभी गुप्त विंडो और टैब बंद करने के बाद आपकी कुकी मिटा दी जाती हैं और आपके बुकमार्क और सेटिंग तब तक रहती हैं, जब तक कि आप उन्हें मिटा नहीं देते. कुकी के बारे में और जानें.
  • Chrome सहित कई ब्राउज़र आपको तीसरे पक्षों की कुकी ब्लॉक करने की सुविधा देते हैं. आप अपने ब्राउज़र में से मौजूदा कुकी भी हटा सकते हैं. Chrome में कुकी प्रबंधित करने के बारे में अधिक जानें.
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